जिनसे मन लगाते हैं, उन्हीं से दुख क्यों पाते हैं?
आचार्य प्रशांत: चलिए, अब ज़रा माता से कुछ बात कर ली जाए। तो सप्तशती, अब ये मुझे बहुत-बहुत, बहुत प्यारी रही है। सबसे पहले, आज से तीन साल पहले हुआ था, दो साल पहले हुआ था?
श्रोतागण: तीन साल।
आचार्य: तीन साल, तो २०२० हो गया न?
श्रोतागण: दो साल।… read_more