बड़ा मुश्किल है सच को जिताना || आचार्य प्रशांत, उत्तर गीता पर (2020)
आचार्य प्रशांत:
दानं व्रतं ब्रह्मचर्यं यथोक्तम ब्रह्मधारणम्।
दमः प्रशान्तता चैव भूतानां चानुकम्पनम्॥॥
दान, व्रत, ब्रह्मचर्य, शास्त्रोक्त रीति से वेदाध्ययन, इन्द्रियग्रह, शान्ति, समस्त प्राणियों पर दया।
संयमश्चानृशंस्यं च परस्वादान्वर्जनम्।
व्यलीकानामकरणं भूतानां मनसा भुवि॥॥
चित्त का संयम, कोमलता, दूसरों के धन लेने की इच्छा का त्याग, संसार के प्राणियों का मन से … read_more