कितनी गुलाम आज की पीढ़ी || आचार्य प्रशांत, बातचीत (2021)
प्रश्नकर्ता: नमस्कार आचार्य जी। आप अपने दर्शकों के लिए आचार्य प्रशांत, मेरे लिए हमेशा प्रशांत।
आचार्य प्रशांत: हाँ, प्रशांत ही रहना भी चाहिए। सब बढ़िया है।
प्र: प्रशांत, बीस साल बीत गये, जब हम आइआइएम में पहली बार मिले थे।
आचार्य: जून दो-हज़ार-एक। जून-दो-हज़ार एक से अब दो-हज़ार-इक्कीस। बीस साल… read_more