लोग कहते हैं सच्चा प्यार मिलता नहीं, मैं कहता हूँ सच्चा प्यार तुमसे बर्दाश्त होता नहीं। मिल तो आज जाए, झेल लोगे? बड़े अफ़साने लिखे जाते हैं, शायरों की दूकान ही चल रही हैं इसी बात पर कि ‘हम तो बड़े क़ाबिल थे पर कमबख़्त ज़िंदगी ने धोखा दे दिया, हमें सच्चा प्यार मिला नहीं!’
है तू इस लायक कि सच्चा प्यार झेल लेता? क़ाबिलियत भी छोड़ दो, नियत है? सच्चे प्रेमी के सामने दो दिन नहीं खड़े हो पाओगे, भाग लोगे!