अपनी कमज़ोरी का स्वीकार, अध्यात्म की शुरुआत || आचार्य प्रशांत, त्रिपुरा रहस्य पर (2018)
प्रश्नकर्ता: दत्तात्रेय सेड टु परशुराम, ‘लिसन, ओ भार्गवा, आइ शैल नाउ कंटिन्यू द होली नैरेटिव।‘
हैविंग हर्ड व्हॉट शी (प्रिन्सेस हेमलेखा) हैड टु से, द एंजॉयमेंट्स सीज़्ड टु इंटरेस्ट हिम (प्रिन्स हेमचूड़ा), ही डेवलप्ड अ डिसगस्ट फ़ॉर देम, एंड बिकेम पेन्सिव। बट द फ़ोर्स ऑफ़ हैबिट स्टिल रिमेन्ड विथ हिम। … read_more