ये ब्रेकअप होता क्या है? तुम्हें अगर प्रेम है तो क्या तुम तय करके किसी से दूर हो सकते हो? कर कैसे लोगे? ये बात तो हृदय की होती है, आत्मा की होती है। तुम तय थोड़े ही करोगे कि कल से इससे बात नहीं करनी है क्योंकि हमारा ब्रेकअप हो गया है।
ये क्या होता है? ब्रेकअप के बाद तुम अपने को रोक कैसे लेते हो?
और अगर रोक लेते हो तो इसका मतलब है कभी कुछ था नहीं। कल शाम को दोनों एक ही आइसक्रीम चूस रहे थे, ऑरेंज वाली! पहले वो, फिर वो… सुबह बोलते हो ब्रेकअप हो गया। कैसे?
साँस लेना छोड़ सकते हो तय करके? जो तय करके टूटी है दोस्ती तो फिर वो तय करके हुई भी होगी और तय करके जो होता है वो तो स्वार्थवश ही होता है।