Here is the comprehensive list of articles published by prestigious top media houses and renowned national dailies, based on Acharya Prashant's teachings.
राष्ट्रीय हिंदी मेल25 मई 2022
सत्कार्य करने के लिए एकाग्रता नहीं एकनिष्ठा चाहिए
आचार्य प्रशांत ने "राष्ट्रीय हिन्दी मेल" में बताया कि सत्कार्य के लिए केवल एकाग्रता नहीं, बल्कि एकनिष्ठता आवश्यक है। उन्होंने जोर देकर कहा कि मन को सही दिशा में केंद्रित करना और उद्देश्य के प्रति पूर्ण समर्पण ही सफलता की कुंजी है। सही दिशा में केंद्रित और समर्पित मन ही जीवन में सच्ची संतुष्टि और शांति प्राप्त करता है।
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तरुण मित्र23 मई 2022
व्यर्थ चीजों को जीवन से हटाना ही अध्यात्म
आचार्य प्रशांत ने "तरुण मित्र" में प्रकाशित इस लेख में बताया कि व्यर्थ चीजों को जीवन से हटाना ही सच्चा आध्यात्म है। उन्होंने जोर देकर कहा कि जीवन को सरल और सार्थक बनाने के लिए अनावश्यक वस्तुओं और विचारों को त्यागना चाहिए। यह लेख आत्म-साक्षात्कार और आंतरिक शुद्धता के महत्व को उजागर करता है, जिससे व्यक्ति सच्ची शांति प्राप्त कर सकता है।
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हिन्द सागर19 मई 2022
व्यर्थ चीजों को जीवन से हटाना ही अध्यात्म
"हिन्द सागर" में प्रकाशित इस लेख में आचार्य प्रशांत ने कहा कि व्यर्थ चीजों को जीवन से हटाना ही सच्चा आध्यात्म है। उन्होंने बताया कि जीवन को सरल और सार्थक बनाने के लिए अनावश्यक वस्तुओं और विचारों को त्यागना चाहिए। आचार्य प्रशांत ने आत्म-शुद्धि और आत्म-साक्षात्कार की प्रक्रिया को स्पष्ट करते हुए कहा कि केवल आवश्यक और मूल्यवान चीजों पर ध्यान केंद्रित करने से ही सच्ची शांति और संतोष प्राप्त किया जा सकता है।
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राष्ट्रीय हिंदी मेल16 मई 2022
मन हमेशा उलझन में क्यों रहता है
"राष्ट्रीय हिन्दी मेल" में आचार्य प्रशांत ने बताया कि मन हमेशा उलझन में क्यों रहता है। उन्होंने कहा कि यह उलझन हमारी आंतरिक और बाहरी असंगतियों का परिणाम है। आचार्य प्रशांत ने इस पर बल दिया कि जब तक हम अपने भीतर की सच्चाई को नहीं समझते और स्वीकारते, तब तक हमारा मन शांत नहीं हो सकता। लेख में उन्होंने आत्म-ज्ञान और सच्चाई की राह पर चलने की महत्ता पर जोर दिया है, जिससे मन की उलझनें समाप्त हो सकती हैं।
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स्वतंत्र चेतना14 मई 2022
पूरी दुनिया के सभी लोग छुपे हुए दर्द में ही जी रहे हैं: आचार्य प्रशांत
"स्वतंत्र चेतना" में आचार्य प्रशांत ने कहा कि पूरी दुनिया के सभी लोग छुपे हुए दर्द में जी रहे हैं। उन्होंने बताया कि यह दर्द हमारे भीतर की अपूर्णता और आत्मा की शांति की कमी का परिणाम है। आचार्य प्रशांत ने कहा कि जब तक हम इस दर्द को पहचानते और स्वीकारते नहीं, तब तक सच्ची शांति प्राप्त नहीं कर सकते। लेख में उन्होंने आत्मज्ञान और आंतरिक शांति के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी है।
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एक्सप्रेस न्यूज़7 मई 2022
मृत्यु जीवन का परम सत्य है, इसे झुठलाया नहीं जा सकता
"एक्सप्रेस न्यूज" में आचार्य प्रशांत ने बताया कि मृत्यु जीवन का परम सत्य है और इसे झुठलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि जीवन की अनिश्चितता और मृत्यु की अनिवार्यता को समझना ही सच्चा ज्ञान है। आचार्य प्रशांत ने इस सत्य को स्वीकारने की महत्ता पर जोर देते हुए कहा कि इससे हमें जीवन के वास्तविक अर्थ और उद्देश्य का बोध होता है। उन्होंने लोगों को आत्मज्ञान की दिशा में आगे बढ़ने और जीवन के हर पल को सार्थक बनाने की प्रेरणा दी।
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दोपहर मेट्रो7 मई 2022
सत्य की राह पर चलना ही अध्यात्म है
"दोपहर मेट्रो" में प्रकाशित इस लेख में आचार्य प्रशांत ने कहा कि सत्य की राह पर चलना ही सच्चा आध्यात्म है। उन्होंने अपनी यात्रा का वर्णन करते हुए बताया कि कैसे आईआईटी और आईआईएम से निकलकर सिविल सर्विसेज में कदम रखा और फिर आध्यात्म की ओर मुड़ गए। आचार्य प्रशांत ने सत्य और ईमानदारी को अपने जीवन का आधार बनाते हुए आत्म-ज्ञान और आंतरिक शांति प्राप्त की। लेख में उन्होंने युवाओं को भी सत्य की राह पर चलने के लिए प्रेरित किया है।
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United Business JournalMay 3, 2022
Books by PrashantAdvait Foundation Top Amazon Bestseller Chart
United Business Journal: PrashantAdvait Foundation, led by Acharya Prashant, achieves unprecedented success with six books in the top eleven of Amazon's 'Spirituality' category. Known for disseminating Upanishadic wisdom, the Foundation's prolific publishing and innovative campaigns like Ghar-Ghar Upanishad are reshaping spiritual education and outreach.
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राष्ट्रवादी न्यूज़3 मई 2022
प्रशांतअद्वैत फाउंडेशन की पुस्तकें अमेज़न बेस्टसेलर सूची में
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दैनिक भास्कर1 मई 2022
महाभारत को समझोगे तो कोई नहीं हरा पाएगा : आचार्य प्रशांत