Here is the comprehensive list of articles published by prestigious top media houses and renowned national dailies, based on Acharya Prashant's teachings.
दैनिक भास्कर4 जून 2022
कृष्ण के बिना जीत नहीं सकते: अचार्य प्रशान्त
"दैनिक भास्कर" में प्रकाशित इस लेख में आचार्य प्रशांत ने कहा कि अर्जुन की विजय श्रीकृष्ण के बिना संभव नहीं थी। उन्होंने समझाया कि जीवन के युद्ध में जीतने के लिए आध्यात्मिक मार्गदर्शन और आंतरिक शांति आवश्यक है, जिसे केवल श्री कृष्ण जैसी दिव्यता प्रदान कर सकती है। यह लेख आत्मज्ञान और मार्गदर्शन की महत्ता पर जोर देता है।
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Lead the changeJune 1, 2022
India - US Climate Dialogue: Acharya Prashant joins Eban Goodstein
Acharya Prashant and Dr. Eban Goodstein engage in a comprehensive discussion on climate change published on Lead the change, consumer culture, and the role of education and technology in driving behavior change. Acharya Prashant clarifies that true Sanatanis are defined by their understanding and practice of Vedanta, not by rituals or customs. He emphasizes the need for religious assertions to align with Shruti Pramana for validity.
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दैनिक भास्कर30 मई 2022
पशु पक्षी और बेजुबान जानवरों का इंसान के बीच है आत्मीय रिश्ता
"दैनिक भास्कर" में प्रकाशित इस लेख में आचार्य प्रशांत ने इंसान और पशु-पक्षियों के बीच के आत्मीय संबंध पर प्रकाश डाला है। उन्होंने बताया कि प्राचीन युग से ही मनुष्य का पशुओं के साथ गहरा संबंध रहा है, जो आध्यात्मिक और सामाजिक दोनों स्तरों पर महत्वपूर्ण है। यह लेख सभी जीवों के प्रति करुणा को प्रोत्साहित करने पर जोर देता है।
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राष्ट्रीय सहारा30 मई 2022
हम अपनी शक्तियों का सही उपयोग नहीं कर रहे
"राष्ट्रीय सहारा" में प्रकाशित इस लेख में आचार्य प्रशांत ने बताया कि हम अपनी शक्तियों का सही उपयोग नहीं कर रहे हैं। उन्होंने प्रकृति के साथ समन्वय स्थापित करने और अपनी आंतरिक क्षमताओं को पहचानने पर जोर दिया। यह लेख संसाधनों के दुरुपयोग को रोकने और जागरूकता बढ़ाने के महत्व को रेखांकित करता है।
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सच कहूँ न्यूज़30 मई 2022
संस्था के प्रयास से 50 लाख त्याग चुके हैं मांसाहार
"सच कहूँ" में प्रकाशित इस लेख में आचार्य प्रशांत की संस्था द्वारा किए गए प्रयासों से 50 लाख लोगों के मांसाहार छोड़ने की प्रेरणादायक कहानी बताई गई है। आचार्य प्रशांत ने जागरूकता और शाकाहार के लाभों को उजागर करते हुए युवाओं में बड़े बदलाव को प्रोत्साहित किया है। यह लेख पशु अधिकारों और पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर भी जोर देता है, जिससे समाज में सकारात्मक परिवर्तन आ रहा है।
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अमर उजाला30 मई 2022
युवा मांसाहार का त्याग कर शाकाहारी बनें
"अमर उजाला" में प्रकाशित इस लेख में आचार्य प्रशांत ने युवाओं को मांसाहार त्यागकर शाकाहारी बनने की प्रेरणा दी है। उन्होंने बताया कि उनकी संस्था के प्रयासों से 50 लाख लोग मांसाहार छोड़ चुके हैं। आचार्य प्रशांत ने शाकाहार के स्वास्थ्य और पर्यावरण लाभों पर जोर दिया, जिससे समाज में सकारात्मक परिवर्तन आ रहा है।
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राष्ट्रीय हिंदी मेल29 मई 2022
सही काम का चुनाव ना करने से ही मन हमेशा उलझन में रहता है
"राष्ट्रीय हिन्दी मेल" में प्रकाशित इस लेख में आचार्य प्रशांत ने बताया कि सही काम का चुनाव न करने से मन हमेशा उलझन में रहता है। उन्होंने कहा कि सही दिशा में कर्म करने से ही मन की शांति मिलती है और आंतरिक संतुलन बनता है। यह लेख जीवन में सही कार्य और मार्गदर्शन की महत्ता पर जोर देता है।
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GRENO News29 मई 2022
मांस का करें त्याग, पशुओं को स्नेह दें स्नेह
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First India NewsMay 29, 2022
Avoid irrelevant thoughts
FIRST INDIA NEWS: Acharya Prashant highlights the importance of avoiding irrelevant thoughts to maintain mental clarity. Speaking at the Vedanta Festival, he emphasized how such thoughts only increase restlessness and advised being cautious of influences.
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उत्तर भारत टाइम्स27 मई 2022
आत्मा के मंथन से उत्पन्न ज्ञानाग्नि ही करती है अज्ञानता को समाप्त
"उत्तर भारत टाइम्स" में प्रकाशित इस लेख में आचार्य प्रशांत ने बताया कि आत्मा के मंथन से उत्पन्न ज्ञानाग्नि ही अज्ञानता को समाप्त कर सकती है। उन्होंने कहा कि आत्मा की गहराइयों में जाकर आत्म-ज्ञान प्राप्त करना ही सच्चा समाधान है। यह लेख आत्म-साक्षात्कार और आत्म-ज्ञान की महत्ता पर जोर देता है, जिससे जीवन की चुनौतियों का सामना किया जा सकता है।