विवरण
हम सब एक झूठी असुरक्षा के भाव में जीते हैं और उसके कारण अपने मन में बहुत सारी जटिलताएँ खड़ी करते हैं। मन की वो जटिलताएँ ही हमारे जीवन का दुख बनती हैं। ज्ञानियों की सीधी और सरल बातें हमें समझ नहीं आतीं, क्योंकि हम उन सरल बातों को भी जटिल बना देते हैं और अपने लिए मुक्ति के दरवाज़े बन्द कर लेते हैं।
फिर कोई ज्ञानी करुणावश अपनी बात को समझाने के लिए कहानियों का सहारा लेता है, क्योंकि कहानियाँ हमारी मन की जटिलता को पार कर बात को हृदय तक पहुँचाने में सफल हो जाती हैं। कहानियाँ अक्सर ऐसे परिदृश्य और चुनौतियाँ प्रस्तुत करती हैं जो वास्तविक जीवन की स्थितियों के समानान्तर होती हैं। कहानियाँ पाठक की संलग्नता को बढ़ाती हैं और इसी वजह से कहानी में छुपा सन्देश अंतरतम को स्पर्श कर जाता है।
इस पुस्तक में आचार्य प्रशांत ने ऋषियों के आर्ष वचन और बोध व मुक्ति के उच्चतम सूत्रों को अत्यन्त मनोहर कहानियों के माध्यम से हमारे समक्ष प्रस्तुत किया है। आशा है ये बोधजनित कहानियाँ आपको पसन्द आएँगी और आपके जीवन को सार्थक रूप से रूपान्तरित करने में सहायक सिद्ध होंगी।