आचार्य प्रशांत ने अपने मिशन की शुरुआत युवाओं के साथ बोध सत्रों से की थी। युवावर्ग द्वारा समाज में बदलाव ला पाने की शक्ति पर उनका गहरा विश्वास है।
अब तक उन्होंने 200 से अधिक कॉलेजों में हजारों छात्रों के साथ बातचीत की है। आइ.आइ.टी. और आई.आई.एम. समेत कई अन्य प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों में नियमित वार्ता होती रहती है।