Acharya Prashant is dedicated to building a brighter future for you
content home
Login

लक्ष्य का चुनाव किस आधार पर करें?

Thumbnail
AP Name Logo
श्रीमदभगवद्गीता अध्याय 3, अवधूत गीता अध्याय 1 पर आधारित
Watch Complete Series
2 घंटे 32 मिनट
हिन्दी
विशिष्ठ वीडिओज़
पठन सामग्री
आजीवन वैधता
Contribution: ₹199 ₹500
ENROL
ADD TO CART
Already Registered?
Login
Apply for Scholarship
Share this Video Series
परिचय
लाभ
संरचना

अक्सर हम नीतियाँ तो खूब बनाते हैं परन्तु उन पर चल नहीं पाते। वजह साफ़ है, विचारों का उलझाव और स्पष्टता की कमी होती है। सोच बुरी नहीं होती, पुरानी सोच बुरी होती है क्योंकि उसमें जीवन नहीं होता बस एक मुर्दा विश्वास होता है। सोच से मुक्ति भी उसी के लिए संभव है जिसे कई तरह के नए विचार आते हों। अधिकांश व्यक्ति का जीवन एक दोहराओ मात्र है, इसलिए वह कष्ट देता है। कामी व्यक्ति विचारों का विस्तार चाहता है और अध्यात्मिक व्यक्ति जीवन में गहराई चाहता है। जीवन में गहराई मात्र ऊँचे कर्म से उद्भूत होती है।धार्मिक व्यक्ति वो होता है जो प्रतिपल नया है न कि रूढ़ियों पर चलने वाला है। नए विचार से नया कर्म उधृत होता है। उच्चतम कर्म ही समक्ष जीवन का लक्ष्य है। यह बात अलग-अलग तरीकों से समझाई गई है - कभी सांख्य दर्शन के माध्यम से तो कभी अद्वैत वेदांत के माध्यम से। इस कोर्स में आचार्य प्रशांत के माध्यम से सरल भाषा में जीवन को ऊँची अभिव्यक्ति देने के विषय में कुछ चुनिन्दा सूत्र दिए हैं।

यह कोर्स श्रीमदभगवद्गीता अध्याय 3, और 10 पर ,और अवधूत गीता अध्याय 1, श्लोक 8, 11, 42, 74 पर आधारित है।

FAQs

Can’t find the answer you’re looking for? Reach out to our support team.

कोई भी वीडियो श्रृंखला आचार्य प्रशांत के यूट्यूब वीडियो से कैसे अलग है?
क्या ये लाइव वीडियो हैं या इसमें पहले से रिकॉर्डेड वीडियो हैं?
वीडियो श्रृंखला के लिए सहयोग राशि क्यों रखी गयी है? यह निःशुल्क क्यों नहीं है?
सहयोग राशि से अधिक दान देने से मुझे क्या लाभ होगा?
वीडियो श्रृंखला की रजिस्ट्रेशन की प्रकिया के बाद मैं उसे कब तक देख सकता हूँ?
क्या वीडियो श्रृंखला के वीडियो को बार-बार देखने की सुविधा उपलब्ध है?
मुझे वीडियो श्रृंखला से बहुत लाभ हुआ, अब मैं संस्था की कैसे सहायता कर सकता हूँ?
Read 130+ eBooks in App