आज से १ लाख वर्ष पीछे जाओ तो अरबों-खरबों जानवर थे, हज़ारों-लाखों प्रजातियों के; और मनुष्य थे कुछ लाख, अधिक-से-अधिक। अब आदमी हो गए हैं ८ अरब और जानवर बचे हैं (हाथों से कम मात्रा दर्शाते हुए) इतने से!
साहब!
जानवर भी कौन से बचे हैं बताइए? जो मनुष्य के काम के हैं। कुत्ते बचे हैं क्योंकि आदमी के काम आते हैं, गाय, भैंस, बकरी, भेड़ बचे हैं क्योंकि यह आदमी के काम आते हैं। जो ही जानवर आदमी के काम नहीं आता, वो ही विलुप्त हो रहा है। इंसान वह जानवर है जिससे पूरा जंगल थर्राता है, जंगल ही ख़त्म कर दिया आदमी ने!
भेड़िया तो भेड़िया होता है, भेड़ की खाल में भेड़िया ज़्यादा ख़तरनाक होता है न? तो इंसान को जब देखो तो जान लो, है तो जानवर ही, बस अंग्रेजी बोलना सीख गया है!