बार-बार असफल हो रहे हैं? || नीम लड्डू

Acharya Prashant

2 min
68 reads
बार-बार असफल हो रहे हैं? || नीम लड्डू

अगर आप अपने लक्ष्यों में बार-बार असफलता पाते हैं तो इसकी वजह संकल्पशक्ति, विल पावर इत्यादि का अभाव नहीं है। इसकी वजह ये है कि आपके लक्ष्य हैं ही ग़लत। सही लक्ष्य तो प्रेम-प्रसंग की तरह होता है, वह पकड़ लेता है, आप उसे फिर छोड़ना भी चाहोगे वो आपको नहीं छोड़ेगा।

यह गजब मत कर लीजिएगा कि अगर लक्ष्यों में सफलता नहीं मिल रही तो किसी मोटिवेशन की दूकान में जाकर के बैठ गए। वह भी आजकल खूब चल रहा है, वहाँ बताया जाता है कि कैसे अपनी इच्छाएँ पूरी करनी है, कैसे अपने लक्ष्यों को हासिल करना है, बिना कभी यह पूछे कि, “तेरा लक्ष्य है क्या?”

कितना मज़ा है कि कोई बनना चाहता हो हत्यारा और वह जाए किन्हीं मोटिवेशनल गुरु के सामने खड़ा हो जाए। कहे कि, “लक्ष्य एक बनाया है लेकिन पूरा नहीं हो पाता है, बड़ा आलस आता है, भीतर से इच्छा नहीं उठती है।“ और गुरुदेव अपनी सब अदाओं के साथ उसको बिलकुल आश्वस्त कर दें, ‘यू कैन डू इट !’ (तुम कर सकते हो!) और वो निकाले तमंचा और मारे ‘भो!’ बोले, “*आई डिड इट (मैंने कर दिया)*”।

This article has been created by volunteers of the PrashantAdvait Foundation from transcriptions of sessions by Acharya Prashant
Comments
LIVE Sessions
Experience Transformation Everyday from the Convenience of your Home
Live Bhagavad Gita Sessions with Acharya Prashant
Categories