Media and Public Interaction

Here is the comprehensive list of articles published by prestigious top media houses and renowned national dailies, based on Acharya Prashant's teachings.
हौसला
राष्ट्रीय सहारा
13 जुलाई 2023

हौसला

आचार्य प्रशांत ने राष्ट्रीय सहारा के इस लेख में जीवन में हौसले के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हर असफलता हमें नया सीखने और फिर से प्रयास करने का मौका देती है। निरंतर प्रयास और आत्मविश्वास हमें जीवन में सफलता दिला सकते हैं। हार को स्वीकार करना और उससे सीखना ही असली हौसला है। यह हमें मानसिक और आत्मिक रूप से मजबूत बनाता है और हमें अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित करता है।
Full Coverage

अध्यात्म और संस्कृति से जुड़ा हो युवाओं का रिश्ता
अमर उजाला
12 जुलाई 2023

अध्यात्म और संस्कृति से जुड़ा हो युवाओं का रिश्ता

इस लेख में बताया गया है कि युवा पीढ़ी को आध्यात्म और भारतीय संस्कृति से जोड़ने की आवश्यकता है। आचार्य प्रशांत ने संस्कृति के अंधानुकरण के बजाय आत्म-साक्षात्कार पर जोर दिया है। प्रकाशित: अमर उजाला, 12 जुलाई 2023।
Full Coverage

सुंदरता
राष्ट्रीय सहारा
6 जुलाई 2023

सुंदरता

राष्ट्रीय सहारा के इस लेख में आचार्य प्रशांत ने असली सुंदरता का महत्व बताते हुए कहा कि बाहरी सुंदरता की तुलना में आंतरिक सुंदरता अधिक महत्वपूर्ण है। बाहरी सुंदरता क्षणिक और सतही होती है, जबकि आंतरिक सुंदरता स्थायी और गहरी होती है। सच्ची सुंदरता वह है जो व्यक्ति के विचारों, कार्यों और आत्मा में झलकती है।
Full Coverage

आचार्य प्रशांत सरल और सुगम भाषा में सुना रहे गीता के श्लोक
दैनिक भास्कर
29 जून 2023

आचार्य प्रशांत सरल और सुगम भाषा में सुना रहे गीता के श्लोक

दैनिक भास्कर में प्रकाशित लेख के अनुसार ग्रेटर नोएडा में आयोजित 'गीता समागम' श्रृंखला के तीसरे अध्याय 'कर्मयोग' पर आचार्य प्रशांत ने सत्र का संचालन किया। इस सत्र में उन्होंने श्रीमद्भगवद्गीता के श्लोकों को सरल और सहज भाषा में प्रस्तुत कर, आम लोगों के जीवन को अर्थपूर्ण और आसान बनाने की दिशा में मार्गदर्शन दिया।
Full Coverage
Read PDF

अध्यात्म: आचार्य प्रशांत
राष्ट्रीय सहारा
29 जून 2023

अध्यात्म: आचार्य प्रशांत

आचार्य प्रशांत की शिक्षाएं जीवन के गहरे सत्य को उजागर करती हैं। वे आत्म-जागरूकता, सच्चाई और आंतरिक शांति पर बल देते हैं। उनकी दृष्टि में जीवन का सच्चा उद्देश्य बाहरी सफलता नहीं, बल्कि आंतरिक संतोष है। वे हमें प्रेरित करते हैं कि सच्ची खुशी और संतोष आत्म-अवलोकन और सही ज्ञान से ही मिलते हैं। उनके विचारों में, जीवन को समझने और जीने का सही मार्ग आत्म-चिंतन और सत्य की खोज है।
Full Coverage

भाषा कि उपयोगिता: आचार्य प्रशांत
राष्ट्रीय सहारा
22 जून 2023

भाषा कि उपयोगिता: आचार्य प्रशांत

आचार्य प्रशांत ने भाषा के महत्व पर जोर देते हुए राष्ट्रीय सहारा के इस लेख में कहा कि भाषा केवल संप्रेषण का माध्यम नहीं है, बल्कि यह हमारे जीवन में उपयोगिता के आधार पर ही जीवंत रहती है। उन्होंने बताया कि भाषा की सही शिक्षा हमें आत्मनिर्भर और सक्षम बनाती है। सही तरीके से भाषा का प्रयोग करने से रोजगार और सामाजिक स्तर पर बेहतरी मिलती है। आचार्य प्रशांत ने विभिन्न उदाहरणों के माध्यम से यह समझाया कि भाषा की वास्तविक उपयोगिता कैसे जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकती है।
Full Coverage

स्वयं निर्धारित करें अपनी जिंदगी का लक्ष्य
अमर उजाला
21 जून 2023

स्वयं निर्धारित करें अपनी जिंदगी का लक्ष्य

अमर उजाला के इस लेख में आचार्य प्रशांत ने जीवन में अपने लक्ष्यों को स्वयं निर्धारित करने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि दूसरों के लक्ष्यों की नकल करने से सफलता नहीं मिलती। असली सफलता तभी प्राप्त होती है जब लक्ष्य खुद तय किया जाए और उस पर ईमानदारी से काम किया जाए। अपनी पहचान और रुचियों के अनुसार लक्ष्य निर्धारण करना जीवन को सही दिशा देता है और सफलता की संभावनाएं बढ़ाता है।
Full Coverage

जीवन को बदलने के लिए खुद उठानी होगी जिम्मेदारी: आचार्य प्रशांत
राष्ट्रीय सहारा
19 जून 2023

जीवन को बदलने के लिए खुद उठानी होगी जिम्मेदारी: आचार्य प्रशांत

आचार्य प्रशांत ने ग्रेटर नोएडा में संत सरिता श्रृंखला के दौरान बताया कि जीवन में बदलाव के लिए आत्मनिर्भरता आवश्यक है। राष्ट्रीय सहारा के अनुसार, उन्होंने कहा कि बाहरी स्थितियों को दोष देने के बजाय व्यक्ति को खुद जिम्मेदारी उठानी चाहिए।
Full Coverage

धर्म-परिवर्तन: आचार्य प्रशांत
राष्ट्रीय सहारा
16 जून 2023

धर्म-परिवर्तन: आचार्य प्रशांत

राष्ट्रीय सहारा के इस लेख में आचार्य प्रशांत ने समाज में धर्म-परिवर्तन पर हो रहे विवाद पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि धर्म-परिवर्तन का फैसला आर्थिक या शारीरिक लाभ के लिए नहीं, बल्कि आत्मिक शांति और सच्चे धर्म की खोज में होना चाहिए। सच्चा धर्म प्रेम, करुणा और आत्मज्ञान पर आधारित होता है। धर्म-परिवर्तन का निर्णय सोच-समझ कर और आत्म-विश्लेषण के बाद ही लेना चाहिए। आचार्य प्रशांत ने बताया कि बाहरी दिखावे या लाभ के लिए धर्म बदलना आत्मिक विकास में बाधा उत्पन्न कर सकता है।
Full Coverage

जीत और हार से परे हो खेल या जीवन
अमर उजाला
14 जून 2023

जीत और हार से परे हो खेल या जीवन

अमर उजाला के इस लेख में आचार्य प्रशांत ने खेल और जीवन के मैदान में जीत और हार के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि असली उद्देश्य सिर्फ जीतना नहीं, बल्कि अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना है। हर प्रदर्शन हमें पहले से बेहतर बनाता है, और इसमें हार का भी महत्व है। आचार्य प्रशांत के अनुसार, सही दृष्टिकोण से जीत और हार दोनों से सीखा जा सकता है, जिससे जीवन में संतुलन और स्थिरता आती है। जीवन को खेल की तरह अपनाकर ही हम असली सफलता पा सकते हैं।
Full Coverage