content home
Login

जैसे हो वैसे जियो फिर आसानी से बदल पाओगे

Thumbnail
AP Name Logo
श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय 3 श्लोक 26 पर आधारित
Watch Complete Series
4 घंटे 3 मिनट
हिन्दी
विशिष्ठ वीडिओज़
पठन सामग्री
आजीवन वैधता
Contribution: ₹199 ₹500
ENROL
ADD TO CART
Already Registered?
Login
Apply for Scholarship
Share this Video Series
परिचय
लाभ
संरचना

ज्ञानी व्यक्ति कर्म में आसक्त अज्ञानियों में बुद्धिभेद उत्पन्न न करें, बल्कि वे लगन से सारे कर्मों का अनुष्ठान करके अज्ञानियों को कर्म में नियुक्त रखें।

इसका ये अर्थ मत कर लीजिएगा कि अर्जुन! ये सब कर्मासक्त लोग हैं, इनमें बुद्धिभेद मत पैदा करो, माने ये जो कुछ भी कर रहे हैं इन्हें करने दो। आरम्भ में ही कहा है कि अज्ञानी हैं ये सब और कर्मासक्त हैं — चूँकि ये सब अज्ञानी हैं इसीलिए ये वो करेंगे ही जो ये कर रहे हैं। और जब ये अभी अज्ञानी हैं, तो तुम इन्हें निष्काम कर्म की अपेक्षा दे ही क्यों रहे हो? जो अज्ञानी है, वो सकाम कर्म ही करेगा न? तो जो अज्ञानी है उसके भीतर तुम निष्कामता की उम्मीद पैदा ही क्यों कर रहे हो? मत करो।

कोई सकाम कर्म भी कर रहा हो न, तो भी उसका कर्म नहीं छुड़ाओ उससे। बस ये कर दो कि कर्म बेहतर हो जाए। तो तुम कर्म से कैसे भाग रहे हो?’

जैसे हो, वैसे जियो। जैसे हो, वैसे जियोगे तो जो हो वो सामने आ जाएगा। जब वो सामने आ जाएगा तो बेहतर हो पाओगे।

FAQs

Can’t find the answer you’re looking for? Reach out to our support team.

कोई भी वीडियो श्रृंखला आचार्य प्रशांत के यूट्यूब वीडियो से कैसे अलग है?
क्या ये लाइव वीडियो हैं या इसमें पहले से रिकॉर्डेड वीडियो हैं?
वीडियो श्रृंखला के लिए सहयोग राशि क्यों रखी गयी है? यह निःशुल्क क्यों नहीं है?
सहयोग राशि से अधिक दान देने से मुझे क्या लाभ होगा?
वीडियो श्रृंखला की रजिस्ट्रेशन की प्रकिया के बाद मैं उसे कब तक देख सकता हूँ?
क्या वीडियो श्रृंखला के वीडियो को बार-बार देखने की सुविधा उपलब्ध है?
मुझे वीडियो श्रृंखला से बहुत लाभ हुआ, अब मैं संस्था की कैसे सहायता कर सकता हूँ?
Read 130+ eBooks in App