AP Books
श्रीकृष्ण

श्रीकृष्ण

समय सापेक्ष और समयातीत
eBook
Available Instantly
Suggested Contribution
₹21
₹300
Paperback
In Stock
37% Off
₹199
₹320
Already have eBook?
Login

Book Details

Language
hindi
Print Length
160

Description

श्रीकृष्ण गीता में आपसे एक बात कह रहे हैं, वो बात तब भी उपयोगी थी, आज भी उपयोगी है, सदा उपयोगी रहेगी, समयातीत बात है।

लेकिन हमें लगने लग जाता है कि उस समय का जो कुछ था, वो भी समयातीत ही होगा। तो उस समय की जो परिस्थितियाँ थीं, हम उन्हें भी दोहरा देना चाहते हैं। अब श्रीकृष्ण तो रथ पर चलते थे, आप रथ पर चलने लग जाओगे सड़क पर? और मुकुट पहनोगे? और धनुष-बाण लेकर चलोगे?

जब अर्जुन उस अर्जुन जैसा नहीं रहा, तो क्या कृष्ण वैसे ही होंगे जैसे उस समय थे?

गीता नहीं बदलेगी। अर्जुन भी बदलेंगे, कृष्ण भी बदलेंगे; कृष्णत्व नहीं बदलेगा।

Index

1. कृष्ण को चुनने दो कि कृष्ण का संदेश कौन सुनेगा 2. जगते में जागे नहीं सोते नहीं सोए, वही जाने कृष्ण को दूजा न कोय 3. तीन मार्ग - ध्यानयोग, कर्मयोग, ज्ञानयोग 4. ज्ञानमार्ग, भक्तिमार्ग और कर्ममार्ग – हमारे लिए कौन सा उचित है? 5. तुम ही मीरा, तुम ही कृष्ण 6. जन्माष्टमी कैसे मनाएँ
View all chapters
Buy new:
₹199
37% Off
₹320
In Stock
Free Delivery
Quantity:
1
Share this Book
Have you benefited from Acharya Prashant's teachings?
Only through your contribution will this mission move forward.
Donate to spread the light