Combo books @99/book! 60+ combos available. FREE DELIVERY! 😎🔥
Acharya Prashant Books

समय [New Print - With Quotes] [National Bestseller]

यूँ ही फिसल न जाए ज़िंदगी

badge
book
Already have eBook?
Login
eBook
Available Instantly
Suggested Contribution
₹21
₹150
Paperback
In Stock
48% Off
₹129
₹250
Now you can read eBook on our mobile app for the best reading experience View App
Quantity:
1
In stock
Free Delivery

Book Details

Language
hindi
Print Length
196

Description

इंसान का मन समय में ही जीता है और समय से ही सबसे ज़्यादा भयभीत रहता है। अतीत, वर्तमान और भविष्य - हम समय को इन तीन भागों में बाँटकर देखते हैं।

मन या तो अतीत की स्मृतियों में खोया रहता है या भविष्य की कल्पनाओं में। पर यह कभी समझ नहीं पाता कि समय है क्या।

दुनियाभर के दार्शनिकों, विचारों और वैज्ञानिकों ने काल को गहराई से समझने का प्रयास किया है पर कुछ ही लोग हुए हैं जो काल को जानकार कालातीत में प्रवेश कर पाये हैं।

इस पुस्तक में हमें आचार्य प्रशांत समझा रहे हैं कि समय क्या है और कैसे हम इस महत्वपूर्ण संसाधन का सदुपयोग करके अपने जीवन को सार्थक बना सकते हैं।

Index

1. करते क्या हो खाली समय में? 2. ये होता है खाली बैठे-बैठे सोचने से 3. हमें एक जानलेवा बीमारी लगी हुई है 4. जीवन का सीमित ईंधन कामनाओं-वासनाओं में मत जलाओ 5. यूँ ही फिसल न जाए ज़िन्दगी 6. ब्रह्म मुहूर्त कौनसा?
View all chapters
Have you benefited from Acharya Prashant's teachings?
Only through your contribution will this mission move forward.
Donate to spread the light