AP Books
झुन्नूलाल [नवीन प्रकाशन]

झुन्नूलाल [नवीन प्रकाशन]

जलवे अहंकार के
5/5
4 Ratings & 2 Reviews
eBook
Available Instantly
Suggested Contribution
₹21
₹150
Paperback
In Stock
50% Off
₹99
₹200
Already have eBook?
Login

Book Details

Language
hindi
Print Length
82

Description

झुन्नूलाल का नाम तो आपने सुना ही होगा!
यदि नहीं, तो आइए झुन्नू से आपका परिचय एक कहानी के माध्यम से कराते हैं।

झुन्नू सुई ढूँढ रहा है और उसके लिए पूरे मोहल्ले में खूब भाग-दौड़ कर रहा है। धनिया, माने मिसेज़ झुन्नू, आग-बबूला हुई बाहर आती हैं और फूट पड़ती हैं — नुन्नू की परवाह नहीं तुम्हें, अपनी सुई खोजने में लगे हो! ये तो बताओ कि आखिर सुई खोयी कहाँ थी?

झुन्नू: अ ब ब... घर के अंदर!

धनिया: जो भीतर खोया है उसे बाहर क्यों ढूँढ रहे हो?

झुन्नू: पर भीतर तो अंधेरा है, बाहर ज़्यादा रोशनी है, तो मैंने सोचा बाहर ही खोज लिया जाए।

तो कैसा लगा हमारा झुन्नू और उसकी शानदार कहानी?

झुन्नू वो जो भीतर से बेचैन है पर भीतर अज्ञान के अन्धेरे के कारण उसे लगता है कि बाहर भाग-दौड़ करके उसकी बेचैनी मिट जाएगी। भीतर से बेचैन सिर्फ़ झुन्नू है या आप भी? ये कहानी सिर्फ़ झुन्नू की है या आपकी भी?

कहानियों से बेहतर कोई माध्यम नहीं अहम् की चोरी पकड़ने का, और वो भी तब जब उनमें हास्य भी शामिल हो। आचार्य जी द्वारा सत्रों में सुनाई गई ऐसी ही हास्य से भरी और बोधपूर्ण कहानियों का‌ पात्र है झुन्नू जिन्हें इस पुस्तक में संकलित किया गया है। आशा है कि यह पुस्तक आपके लिए समझ और बोध के रास्ते को और अधिक हल्का और रोचक बना देगी।

Index

1. झुन्नू भिखारी 2. झुन्नू और चार-हज़ार की शर्ट 3. झुन्नू और सोने की ईंट 4. झुन्नू और झींगालाला 5. झुन्नू और उसका दोस्त टुइयाँ 6. झुन्नू, धनिया और द्वैत का खेल
View all chapters
Buy new:
₹99
50% Off
₹200
In Stock
Free Delivery
Quantity:
1
Share this Book
Have you benefited from Acharya Prashant's teachings? Only through your contribution will this mission move forward.
Reader Reviews
5/5
4 Ratings & 2 Reviews
5 stars 100%
4 stars 0%
3 stars 0%
2 stars 0%
1 stars 0%