Description
सिख पंथ के केन्द्र में गुरुता बैठी है। गुरु नानक देव जी से लेकर गुरु गोबिंद सिंह जी की शिक्षाएँ सिख ग्रंथों में संकलित हैं जो हमें एक प्रेमपूर्ण, बोधमय और साहस से भरा जीवन जीने की प्रेरणा देते हैं।
'गुरबाणी' पुस्तक में आचार्य प्रशांत ने गुरुओं की वाणी को मर्म सरल और व्यवहारिक रूप में प्रस्तुत किया है।