कितने तल, और कितने बंधन || आचार्य प्रशांत, नारद भक्ति सूत्र पर (2014)

Acharya Prashant

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प्रसंग:

  • बंधन क्या है?
  • कितने तल, और कितने तरह के बंधन होते है?
  • बंधन से बाहर कैसे आएँ?
  • मन बंधन में कब है?
  • क्या बन्धनों को जानना ही उनसे मुक्त होना है?
  • क्या हम अपने बन्धनों को ठीक से जानते भी हैं?
This article has been created by volunteers of the PrashantAdvait Foundation from transcriptions of sessions by Acharya Prashant
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