संत सरिता अकथ कहानी प्रेम की
जब-जब समाज में धर्म के प्रति अनादर बढ़ा है और आम-आदमी की चेतना को पाखंड ने घेरा है, तब-तब संतों ने अपने वचनों से हमारे मन को शीतलता प्रदान की है और सामाजिक चेतना को शुद्ध किया है। उनके वचन वेदांत की गहराई लिए हुए हैं लेकिन भाषा इतनी सरल है कि सब समझ सकें। और पढ़ें
प्रेम और समर्पण से परिपूर्ण, उच्चतम ज्ञान को अपने में समाहित किए हुए उनके सरल शब्द जब मन सुनता है तो उसे बदलना ही पड़ता है। उनके शब्द अवसर हैं प्रेम की गहराइयों और ज्ञान की ऊंचाइयों को पाने के, जिसके लिए हम सब प्यासे हैं।
आचार्य प्रशांत संग यह संत-सरिता श्रृंखला हम सबके लिए अवसर है अपने जीवन में उनको प्रवेश देने का जिनके बिना जीवन अधूरा है। उन फकीरों और साधुओं से संबंध बनाने का जो हमें आंतरिक वैभव और पूर्णता से भर देंगे। चूकिए मत, अवसर बार बार नहीं आवै ..
सत्रों के बारे में:
- संतों के दोहों और गीतों पर आधारित प्रतिमाह 4 सत्र
- आचार्य प्रशांत से अपने प्रश्न पूछने का अवसर
- कुछ चुनिंदा प्रतिभागियों को आचार्य प्रशांत के सामने बैठने का अवसर भी मिलेगा
- प्रत्येक सत्र में भजन संध्या का आयोजन
- उच्चतम संत साहित्य को गहराई से समझने का अवसर